बुधवार, 20 अप्रैल 2016

21/4/2016

मुझे पता है बहुत जल्दी ही एक और इल्जाम मुझ पे लगने वाला है यारो कैसी लाइफ है ना कितने रंग दिखाती है जब आप कुछ नहीं करते आप तब भी गलत हो और कुछ करते हो तब भी गलत हो हाँ हर सुबह की तरह आज भी उसके फ़ोन का इंतजार था में जानता था की कॉल नहीं आने वाला फिर भी सबसे पहले उठ के अपना फ़ोन देखा की उसने कॉल किया था क्या फिर वही जवाब नहीं किया

मुझे पता है बहुत जल्दी ही एक और इल्जाम मुझ पे लगने वाला है यारो लाइफ है ना कितने रंग दिखाती है जब आप कुछ नहीं करते आप तब भी गलत हो और कुछ करते हो तब भी गलत हो

सुबह सुबह दुकान पे आया पापा को बोलाडॉक्टर के चले तो पापा ने कहा नहीं मैंने कोई और डॉक्टर देख लिया है अब उसी से इलाज करवाऊंगा म जानता हूँ ये पापा का फैसला है लेकिन कल इसका परिणाम अगर गलत हुआ तो दोष मेरा ही होगा काश सब अच्छा हो जाये


आज मैंने उसे दुखी किया उसको ये सुनाया की उसके बहुत सरे दोस्त है हम कबी कबी ये गलती कर देते है की अपनी भावना को सामने वाले पे लागु कर देते है वो मेरी बातों से रोने लगी थि

फिर शम्म को उसका फ़ोन आया हमने अच्छे से 1 घंटे बाते की बहुत अची अच्छी बाते की उसने मुझे एक लड़की के बारे में बताया जिसने उसको मेरे बारे में गलत बोला लेकिन म खुश था की वो खुश है



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